मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने विद्यार्थियों एवं युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि उन पर देश के सामाजिक ताने-बाने और सामाजिक सौहार्द को बनाए रखने की बड़ी जिम्मेदारी है. आपका व्यक्तित्व देश की पूंजी है और आने वाला कल आपका है. जाति-पाति, मजहब के भेद भुलाकर नौजवान देश के घटनाक्रमों पर अपना मौलिक नजरिया बनाए रखें, ताकि देश सही दिशा में आगे बढ़ सके. गहलोत शुक्रवार को राजस्थान विश्वविद्यालय (University of Rajasthan) में केन्द्रीय छात्रसंघ कार्यालय (students union office) के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे. बता दें कि राजस्थान यूनिवर्सिटी के इतिहास में पूजा वर्मा (Pooja Verma) अध्यक्ष पद का चुनाव जीतने वाली पहली दलित छात्रा बनी हैं. वहीं राजस्थान यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव में अपेक्स के 5 पदों में से 3 पर लड़कियों ने कब्जा जमाकर इतिहास रचा था.
सीएम गहलोत ने कहा कि सामाजिक सद्भाव के बिना किसी भी देश की अर्थव्यवस्था मजबूत नहीं हो सकती और मजबूत अर्थव्यवस्था के बिना कोई देश तरक्की नहीं कर सकता. उन्होंने कहा कि सामाजिक सौहार्द के बिगड़ने का विपरीत असर उद्योग-धंधों, निवेश और कारोबार पर पड़ता है. ऐसे में रोजगार के अवसर कैसे बढ़ सकते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनीति सेवा का माध्यम है. यदि आप अच्छे सोशल वर्कर हैं तो आप एक अच्छे राजनेता हो सकते हैं. छात्र जीवन में सीखे गए अनुशासन, निर्णय लेने की क्षमता और नेतृत्व के गुण हमारे जीवन भर काम आते हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में छात्रसंघ चुनाव बंद हो गए थे. हमारी पिछली सरकार में ये चुनाव फिर शुरू हुए. मेरा मानना है कि छात्रसंघ चुनाव होते रहने चाहिए. इससे युवाओं को सामाजिक क्षेत्र में काम करने का अवसर मिलता है.
गहलोत ने कहा कि छुआछूत मानवता पर बड़ा कलंक था. हमारे महान् नेताओं ने आरक्षण का प्रावधान कर इस भेद को मिटाने का प्रयास किया. राजस्थान विश्वविद्यालय के विद्यार्थी बधाई के पात्र हैं कि उन्होंने संविधान की भावना के अनुरूप सभी बंधनों से ऊपर उठते हुए पिछड़े वर्ग से आने वाली छात्रा को अध्यक्ष चुना. यह महिला सशक्तीकरण और सामाजिक समानता का अच्छा उदाहरण है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए लगातार फैसले ले रही है. पिछले बजट में हमने 50 नए कॉलेज खोलने की घोषणा की थी. हमारा प्रयास है कि राज्य के विश्वविद्यालयों में गुणवत्तापूवर्ण शिक्षा मिले और अधिक से अधिक रिसर्च हो. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद पहली बार प्रदेश में राज्य स्तरीय खेलों का आयोजन किया गया. उन्होंने राजस्थान यूनिवर्सिटी बिजनेस इन्क्यूबेटर एंड क्लस्टर सोसायटी की पत्रिका का विमोचन किया.
उच्च शिक्षा राज्यमंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में प्रदेश में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में बडे़ फैसले लिए गए हैं. उन्होंने कहा कि राजस्थान विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने राजनीति, प्रशासन सहित अन्य क्षेत्रों में नाम रोशन किया है.
कुलपति आरके कोठारी ने राजस्थान विश्वविद्यालय को बीसलपुर योजना से पानी उपलब्ध करवाने के लिए 16 करोड़ रुपए की वित्तीय स्वीकृति जारी करने और विश्वविद्यालय के शिक्षकों की पदोन्नति की मंजूरी देने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शुचिता, मूल्यों और सिद्धांतों के साथ प्रदेश को आगे बढ़ा रहे हैं. छात्रसंघ अध्यक्ष पूजा वर्मा ने स्वागत उदबोधन दिया. इस अवसर पर तकनीकी शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग, गृह रक्षा एवं नागरिक सुरक्षा राज्यमंत्री भजनलाल जाटव, विधायक डॉ. राजकुमार शर्मा, अमीन कागजी सहित अन्य गणमान्यजन एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे.